लोगों की प्रतिरोधक क्षमता पर सीधे अटैक करने वाले कोरोना और उस जैसे अन्य वायरस को हराने के लिए योगी सरकार ने बड़ी पहल की है। प्रदेश के सभी 18 मंडलों की मंडियों में प्रत्येक महीने के पहले और तीसरे शनिवार को जैविक फल और सब्जियां बेची जाएंगी। अप्रैल के पहले शनिवार से सूबे में यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। इसको लेकर शासन ने कृषि विभाग के अफसरों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। वहीं, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर और हापुड़ के किसान नोएडा की मंडी में फल और सब्जी बेच सकेंगे। हाल में गौतमबुद्ध नगर के जिला प्रशासन, कृषि विभाग के अफसरों ने भी जैविक खेती को लेकर वार्ता शासन से की थी।
300 किसान गौतमबुद्ध नगर में कर रहे जैविक खेती
शासन से जैविक फल और सब्जी मंडी लगाने के आदेश मिलने के बाद गौतमबुद्ध नगर कृषि विभाग के अफसरों ने किसानों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। दादरी, जेवर, दनकौर और रबूपुरा आदि क्षेत्रों में 300 किसान जैविक खेती में लगे हैं। इन क्षेत्रों के गांव सैंथली, बिसहाड़ा, रूपवास, खुर्शीदपुरा, बंबावड़, खेड़ी और खटाना आदि में बासमती धान, गोभी, पालक, मूली, गाजर, बैंगन, आलू, केला, पपीता और अमरूद आदि जैविक खेती के रूप में उगाए जा रहे हैं।
ये हैं जैविक खेती के लाभ
जैविक खेती में लगे किसान संजीव बताते हैं कि यह केमिकल रहित खेती है। यह जैविक खाद्य, शुद्ध जल और नियमित देखभाल पर निर्भर होती है। सब्जियों का शारीरिक दुष्प्रभाव भी नगण्य होता है। कोरोना वायरस से देश ही नहीं बल्कि विश्व में त्राहिमाम है। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को यह वायरस तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। ऐसे में शरीर का प्रतिरोधक तंत्र प्राकृतिक फल और सब्जी खाने से मजबूत होता है। यही तंत्र बीमारियों से बचाव भी करता है।
जानलेवा वायरस हराने को लगेंगी जैविक फल, सब्जी मंडी